हो जाओ

Wed 03 September 2014 | -- (permalink)

ज़िंदगी ऐैसे ही चलती जायेगी
हम भला क्या चलें उसके साथ
उसकी रफतार तो बढती जायेगी
ज़िंदगी ऐैसे ही चलती जायेगी

भरोसा है ये मगर मुझको
हो जाओ साथ अगर तुम
हो जाओ साथ अगर तुम
तो खुदबखुद ही वापस आ जायेगी

समय भी बीतता चला जा रहा
हर बीतते पल मे, दावा है यह मेरा
हर बीतते पल में
समय को भी तुम्हारी याद सतायेगी

ऐेसे ना सताओ मुझे तुम, जान लो
दिल तो गिर्वी रख चुकें हैं
दिल तो गिर्वी रख चुकें हैं
तुम्हे ही रिश्वत है, मांग मेरी मान लो

इस पार खड़े हम, कैसे लगायें छलांग
थामलो हाथ जो तुम
थामलो हाथ जो तुम
तो कूद उड़ान बन जायेगी

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